यहूदियों के लिए पुस्तक 7:12
शाश्वत उच्च पुरोहित के रूप में यीशु
यहूदियों के लिए पुस्तक 7:12
क्योंकि जब याजक का पद बदला जाता है तो व्यवस्था का भी बदलना अवश्य है।
आसन्न आयतें
पिछली आयत
यहूदियों के लिए पुस्तक 7:11
तब यदि लेवीय याजक पद के द्वारा सिद्धि हो सकती है (जिसके सहारे से लोगों को व्यवस्था मिली थी) तो फिर क्या आवश्यकता थी, कि दूसरा याजक मलिकिसिदक की रीति पर खड़ा हो, और हारून की रीति का न कहलाए?
अगली आयत
यहूदियों के लिए पुस्तक 7:13
क्योंकि जिसके विषय में ये बातें कही जाती हैं, वह दूसरे गोत्र का है, जिसमें से किसी ने वेदी की सेवा नहीं की।