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क्योंकि दुष्ट अपनी अभिलाषा पर घमण्ड करता है,
दुष्टों के अहंकार के कारण दीन पर अत्याचार होते है;
दुष्ट अपने अहंकार में परमेश्वर को नहीं खोजता;