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मेरी बहन, मेरी दुल्हिन, किवाड़ लगाई हुई बारी के समान,
हे मेरी दुल्हिन, तेरे होंठों से मधु टपकता है;
तेरे अंकुर उत्तम फलवाली अनार की बारी के तुल्य हैं,