आसाहेल की कहानी

आसाहेल को पुरानी शराह से एक धार्मिक आदमी माना जाता है। वह जेरुयाह का सबसे छोटा बेटा था, जो की जेसे की बेटी और अबिशाई और जोआब का भाई था। वह एक बहादुर और वीर योधा था जो राजा दाऊद के अधीन सेवा करता था। आसाहेल युद्ध में अपने शीघ्रता और कुशलता के लिए प्रसिद्ध था। उसकी इतनी तेजी थी कि उसने एक रथ को भी पीछे छोड़ दिया। वह राजा दाऊद के प्रति अपनी निष्ठा और उसकी लिए लड़ने की इच्छाशीलता के लिए भी मशहूर था। आसाहेल को युद्ध में अब्नेर ने मार डाला, जो सौल के सैन्य का कमांडर था। अब्नेर ने आसाहेल को चेताया था कि उसका पीछा छोड़ दे, लेकिन आसाहेल ने सुनने से मना किया। तब अब्नेर ने आसाहेल पर भाला फेंककर उसे मार डाला। आसाहेल अपने राजा दाऊद के प्रति निष्ठा और युद्ध में उसकी बहादुरी के लिए प्रसिद्ध है। उसे उसकी तेजी और कुशलता के लिए भी याद किया जाता है, जो उसको एक रथ को पीछे छोड़ने की अनुमति देता था। उसकी युद्ध में मौत एक निष्ठा और वीरता की कीमत की एक याद दिलाने वाली घटना है।
नाम का अर्थ
असाहेल का नाम अनुष्ठानीय उत्पत्ति है और यह दो तत्वों से मिलकर बना है: "आसा," जिसका अर्थ है "बना" या "सृजित," और "एल," जिसका अर्थ है "परमेश्वर." इसलिए, नाम असाहेल का विशेषार्थ है "परमेश्वर ने बनाया" या "परमेश्वर ने सृजित किया"।
नाम की उत्पत्ति
हिब्रू
Role
पदधारक: warrior.
पहली बार उल्लेख
2 Samuel 2:18
बाइबल में उपस्थिति
17 उल्लेख