फेस्टस कौन था?

यहूदिया के राज्यपाल

फेस्टस की कहानी

फेस्टस - महासचिव
फेस्टस - महासचिव
महासचिव

फेस्तस नये नियमपुस्तक में एक रोमन यहूदिया के गवर्नर थे। उन्होंने 59 ईसा पूर्व में रोमन सम्राट नीरो के द्वारा नियुक्ति प्राप्त की थी और 62 ईसा पूर्व तक सेवा की थी। उनके पूर्ववर्ती फेलिक्स थे, जो यहूदिया के गवर्नर हमेशा से पिछले दस वर्षों से थे। फेस्तस रोम में जन्मे थे और उनके माता-पिता मार्कस एंटोनियस फेलिक्स और उनकी पत्नी ड्रुसिला थे। उनके दो भाई थे, मार्कस एंटोनियस फेलिक्स जूनियर और ड्रुसिला द यंगर। फेस्तस को अपोस्तल पौल के मुकदमे में अच्छे से जाना जाता है। पौल ने यरूशलम में गिरफ्तार हो जाने पर सीसरिया भेज दिया गया था ताकि फेस्तस के सामने मुकदमा चलाया जा सके। फेस्तस ने पौल के मामले को सुना और फिर उसे सम्राट के सामने मुकदमा चलाने के लिए रोम भेज दिया। फेस्तस को भी पौल के मुकदमे में उनकी निष्पक्षता और न्यायपूर्णता के लिए जाना जाता है। उन्होंने मामले के दोनों पक्षों को सुनने को तैयार रहे और उन्हें किसी और की रायों से प्रभावित नहीं होने दिया। उन्होंने भी पौल को सम्राट के पास अपील करने की अनूठी विशेषाधिकार दिया। फेस्तस एक न्यायवादी और इंसाफी शासक थे जिन्हें यहूदियों और रोमनों दोनों ने सम्मान दिया। उन्होंने दोनों मामलों के दोनों पक्षों को सुनने की राजदाक्षिता और समर्थन की नीति अपनाई। उन्हें पौल के मुकदमे में उनकी निष्पक्षता और न्यायपूर्णता के लिए याद किया जाता है।

नाम का अर्थ

फेस्टस का अर्थ: नाम "फेस्टस" लैटिन मूल का है और इसका अर्थ "खुश" या "मजेदार" है। यह लैटिन शब्द "फेस्टस" से उत्पन्न है, जो उत्सव और खुशियों से जुड़ा है। यह नाम विभिन्न संस्कृतियों में प्रयोग किया गया है और कभी-कभी यह एक हर्षित या उत्साही व्यक्तित्व से जुड़ा होता है। यह एक नाम भी है जो ईसाई नया नियम में पाया जाता है, जहाँ फेस्टस एक रोमन गवर्नर था जिसका उल्लेख अपोस्तलों के काम में किया गया है।

नाम की उत्पत्ति

लैटिन

Role

महासचिव

पहली बार उल्लेख

The Acts of the Apostles 24:27

बाइबल में उपस्थिति

13 उल्लेख

फेस्टस in the Bible

Explore all 3 chapters where फेस्टस appears

प्रेरितों के कामों का अनुसार (Preriton Ke Kamo Ka Anusar)

Chapter 24

फेलिक्स के समक्ष बचाव

पौल रोमन गवर्नर फिलिक्स के समक्ष अदालत में खड़ा होता है।

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प्रेरितों के कामों का अनुसार (Preriton Ke Kamo Ka Anusar)

Chapter 25

फेस्तस के समक्ष स्वरक्षा

पौल की मांग पर कैसर को एपील करने के बाद उन्हें सुरक्षाबल के साथ रोम भेज दिया जाता है।

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प्रेरितों के कामों का अनुसार (Preriton Ke Kamo Ka Anusar)

Chapter 26

अग्रिप्पा के सामने बचाव

पौल राजा अग्रिप्पा के समक्ष अपना साक्षात्कार देते हैं।

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