2 इतिहास 36:16

यहूदा के अंतिम वर्ष और निर्वासं.

परन्तु वे परमेश्‍वर के दूतों को उपहास में उड़ाते, उसके वचनों को तुच्छ जानते, और उसके नबियों की हँसी करते थे। अतः यहोवा अपनी प्रजा पर ऐसा झुँझला उठा, कि बचने का कोई उपाय न रहा।