पर परदेशी और मजदूर उसमें से न खाएँ।
पूर्ण अध्याय पढ़ें उपद्रवि (Upadravi) 12:45
पर जो किसी का मोल लिया हुआ दास हो, और तुम लोगों ने उसका खतना किया हो, वह तो उसमें से खा सकेगा।
उसका खाना एक ही घर में हो; अर्थात् तुम उसके माँस में से कुछ घर से बाहर न ले जाना; और बलिपशु की कोई हड्डी न तोड़ना।