द्वितीय विधान 25:17
न्यायपालिका के नियम
द्वितीय विधान 25:17
“स्मरण रख कि जब तू मिस्र से निकलकर आ रहा था तब अमालेक ने तुझसे मार्ग में क्या किया,
आसन्न आयतें
पिछली आयत
द्वितीय विधान 25:16
क्योंकि ऐसे कामों में जितने कुटिलता करते हैं वे सब तेरे परमेश्वर यहोवा की दृष्टि में घृणित हैं।
अगली आयत
द्वितीय विधान 25:18
अर्थात् उनको परमेश्वर का भय न था; इस कारण उसने जब तू मार्ग में थका-माँदा था, तब तुझ पर चढ़ाई करके जितने निर्बल होने के कारण सबसे पीछे थे उन सभी को मारा।