द्वितीय विधान 28:58

आज्ञानुसार की आशीर्वाद और अनुशासन के लिए शाप

द्वितीय विधान 28:58

पूरा अध्याय पढ़ें

“यदि तू इन व्यवस्था के सारे वचनों का पालन करने में, जो इस पुस्तक में लिखे हैं, चौकसी करके उस आदरणीय और भययोग्य नाम का, जो यहोवा तेरे परमेश्‍वर का है भय न माने,