अभिज्ञानशास्त्र 8:10

जीवन का अन्याय

अभिज्ञानशास्त्र 8:10

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तब मैंने दुष्टों को गाड़े जाते देखा; अर्थात् उनकी तो कब्र बनी, परन्तु जिन्होंने ठीक काम किया था वे पवित्रस्‍थान से निकल गए और उनका स्मरण भी नगर में न रहा; यह भी व्यर्थ ही है।