उपद्रवि (Upadravi) 28:33
पूजारी कपड़े
उपद्रवि (Upadravi) 28:33
और उसके नीचेवाले घेरे में चारों ओर नीले, बैंगनी और लाल रंग के कपड़े के अनार बनवाना, और उनके बीच-बीच चारों ओर सोने की घंटियाँ लगवाना,
आसन्न आयतें
पिछली आयत
उपद्रवि (Upadravi) 28:32
उसकी बनावट ऐसी हो कि उसके बीच में सिर डालने के लिये छेद हो, और उस छेद की चारों ओर बख्तर के छेद की सी एक बुनी हुई कोर हो कि वह फटने न पाए।
अगली आयत
उपद्रवि (Upadravi) 28:34
अर्थात् एक सोने की घंटी और एक अनार, फिर एक सोने की घंटी और एक अनार, इसी रीति बागे के नीचेवाले घेरे में चारों ओर ऐसा ही हो।