उपद्रवि (Upadravi) 30:7
कांसा का बर्तन और धूप-चढ़ाव का अल्टार
उपद्रवि (Upadravi) 30:7
और उसी वेदी पर हारून सुगन्धित धूप जलाया करे; प्रतिदिन भोर को जब वह दीपक को ठीक करे तब वह धूप को जलाए,
आसन्न आयतें
पिछली आयत
उपद्रवि (Upadravi) 30:6
और तू उसको उस पर्दे के आगे रखना जो साक्षीपत्र के सन्दूक के सामने है, अर्थात् प्रायश्चित वाले ढकने के आगे जो साक्षीपत्र के ऊपर है, वहीं मैं तुझसे मिला करूँगा।
अगली आयत
उपद्रवि (Upadravi) 30:8
तब सांझ के समय जब हारून दीपकों को जलाए तब धूप जलाया करे, यह धूप यहोवा के सामने तुम्हारी पीढ़ी-पीढ़ी में नित्य जलाया जाए।