उपद्रवि (Upadravi) 36:7
धार्मिक स्थान का निर्माण
उपद्रवि (Upadravi) 36:7
क्योंकि सब काम बनाने के लिये जितना सामान आवश्यक था उतना वरन् उससे अधिक बनाने वालों के पास आ चुका था।
आसन्न आयतें
पिछली आयत
उपद्रवि (Upadravi) 36:6
तब मूसा ने सारी छावनी में इस आज्ञा का प्रचार करवाया, “क्या पुरुष, क्या स्त्री, कोई पवित्रस्थान के लिये और भेंट न लाए।” इस प्रकार लोग और भेंट लाने से रोके गए।
अगली आयत
उपद्रवि (Upadravi) 36:8
और काम करनेवाले जितने बुद्धिमान थे उन्होंने निवास के लिये बटी हुई सूक्ष्म सनी के कपड़े के, और नीले, बैंगनी और लाल रंग के कपड़े के दस परदों को काढ़े हुए करूबों सहित बनाया।