उपद्रवि (Upadravi) 37:25

परित्याग का बोझ

उपद्रवि (Upadravi) 37:25

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उपद्रवि (Upadravi) 37:25

फिर उसने बबूल की लकड़ी की धूप वेदी भी बनाई; उसकी लम्बाई एक हाथ और चौड़ाई एक हाथ की थी; वह चौकोर बनी, और उसकी ऊँचाई दो हाथ की थी; और उसके सींग उसके साथ बिना जोड़ के बने थे