उपद्रवि (Upadravi) 38:16
कांस्य कलशः
उपद्रवि (Upadravi) 38:16
आँगन की चारों ओर सब पर्दे सूक्ष्म बटी हुई सनी के कपड़े के बने हुए थे।
आसन्न आयतें
पिछली आयत
उपद्रवि (Upadravi) 38:15
और आँगन के द्वार के दूसरी ओर भी वैसा ही बना था; और आँगन के दरवाज़े के इधर और उधर पन्द्रह-पन्द्रह हाथ के पर्दे बने थे; और उनके लिये तीन ही तीन खम्भे, और तीन ही तीन इनकी कुर्सियाँ भी थीं।
अगली आयत
उपद्रवि (Upadravi) 38:17
और खम्भों की कुर्सियाँ पीतल की, और घुंडियाँ और छड़ें चाँदी की बनीं, और उनके सिरे चाँदी से मढ़े गए, और आँगन के सब खम्भे चाँदी के छड़ों से जोड़े गए थे।