उपद्रवि (Upadravi) 8:10

दूसरा, तीसरा और चौथा विपथों: मेंढक, जूँ और मक्खी।

उपद्रवि (Upadravi) 8:10

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उसने कहा, “कल।” उसने कहा, “तेरे वचन के अनुसार होगा, जिससे तुझे यह ज्ञात हो जाए कि हमारे परमेश्‍वर यहोवा के तुल्य कोई दूसरा नहीं है।