उपद्रवि (Upadravi) 8:15
दूसरा, तीसरा और चौथा विपथों: मेंढक, जूँ और मक्खी।
उपद्रवि (Upadravi) 8:15

परन्तु जब फ़िरौन ने देखा कि अब आराम मिला है तब यहोवा के कहने के अनुसार उसने फिर अपने मन को कठोर किया, और उनकी न सुनी।

परन्तु जब फ़िरौन ने देखा कि अब आराम मिला है तब यहोवा के कहने के अनुसार उसने फिर अपने मन को कठोर किया, और उनकी न सुनी।