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तुम बलवा कर-करके क्यों अधिक मार खाना चाहते हो?
हाय, यह जाति पाप से कैसी भरी है! यह समाज अधर्म से कैसा लदा हुआ है!
पाँव से सिर तक कहीं भी कुछ आरोग्यता नहीं,