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चाहे ऐसे मनुष्य का माहात्म्य आकाश तक पहुँच जाए,
दुष्टों की विजय क्षणभर का होता है,,
तो भी वह अपनी विष्ठा के समान सदा के लिये नाश हो जाएगा;