पूरा अध्याय पढ़ें
वे वायु से उड़ाए हुए भूसे की,
“कितनी बार ऐसे होता है कि दुष्टों का दीपक बुझ जाता है,
'परमेश्वर उसके अधर्म का दण्ड उसके बच्चों के लिये रख छोड़ता है,'