पूरा अध्याय पढ़ें
तू बदलकर मुझ पर कठोर हो गया है;
मैं तेरी दुहाई देता हूँ, परन्तु तू नहीं सुनता;
तू मुझे वायु पर सवार करके उड़ाता है,