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क्या मृत्यु के फाटक तुझ पर प्रगट हुए,
“क्या तू कभी समुद्र के सोतों तक पहुँचा है,
क्या तूने पृथ्वी की चौड़ाई को पूरी रीति से समझ लिया है?