लैवीयतन् 26:12
अधीनता के लिए आशीर्वाद और अविनय के लिए शाप
लैवीयतन् 26:12
और मैं तुम्हारे मध्य चला फिरा करूँगा, और तुम्हारा परमेश्वर बना रहूँगा, और तुम मेरी प्रजा बने रहोगे।
आसन्न आयतें
पिछली आयत
लैवीयतन् 26:11
और मैं तुम्हारे बीच अपना निवास-स्थान बनाए रखूँगा, और मेरा जी तुम से घृणा नहीं करेगा।
अगली आयत
लैवीयतन् 26:13
मैं तो तुम्हारा वह परमेश्वर यहोवा हूँ, जो तुमको मिस्र देश से इसलिए निकाल ले आया कि तुम मिस्रियों के दास न बने रहो; और मैंने तुम्हारे जूए को तोड़ डाला है, और तुमको सीधा खड़ा करके चलाया है।