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और उनके विषय में यशायाह की यह भविष्यद्वाणी पूरी होती है:
मैं उनसे दृष्टान्तों में इसलिए बातें करता हूँ, कि वे देखते हुए नहीं देखते; और सुनते हुए नहीं सुनते; और नहीं समझते।
क्योंकि इन लोगों के मन सुस्त हो गए है,