पूरा अध्याय पढ़ें
इसलिए मैं भी तुम्हारी विपत्ति के समय हँसूँगी;
वरन् तुम ने मेरी सारी सम्मति को अनसुना किया,
वरन् आँधी के समान तुम पर भय आ पड़ेगा,