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बुद्धिमान का मन उसके मुँह पर भी बुद्धिमानी प्रगट करता है,
जिसमें बुद्धि है, उसके लिये वह जीवन का स्रोत है,
मनभावने वचन मधुभरे छत्ते के समान प्राणों को मीठे लगते,