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नींद से प्रीति न रख, नहीं तो दरिद्र हो जाएगा;
सुनने के लिये कान और देखने के लिये जो आँखें हैं,
मोल लेने के समय ग्राहक, “अच्छी नहीं, अच्छी नहीं,” कहता है;