पूरा अध्याय पढ़ें
आलसी मनुष्य शीत के कारण हल नहीं जोतता;
मकद्दमें से हाथ उठाना, पुरुष की महिमा ठहरती है;
मनुष्य के मन की युक्ति अथाह तो है,