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व्यर्थ अपने पड़ोसी के विरुद्ध साक्षी न देना,
अपना बाहर का काम-काज ठीक करना,
मत कह, “जैसा उसने मेरे साथ किया वैसा ही मैं भी उसके साथ करूँगा;