पूरा अध्याय पढ़ें
मनुष्य को गर्व के कारण नीचा देखना पड़ता है,
क्रोध करनेवाला मनुष्य झगड़ा मचाता है
जो चोर की संगति करता है वह अपने प्राण का बैरी होता है;