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दुष्ट अपने ही अधर्म के कर्मों से फंसेगा,
क्योंकि मनुष्य के मार्ग यहोवा की दृष्टि से छिपे नहीं हैं,
वह अनुशासन का पालन न करने के कारण मर जाएगा,