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तूने मेरे शत्रुओं की पीठ मेरी ओर फेर दी;
क्योंकि तूने युद्ध के लिये मेरी कमर में
उन्होंने दुहाई तो दी परन्तु उन्हें कोई बचानेवाला न मिला,