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परमेश्वर के रथ बीस हजार, वरन् हजारों हजार हैं;
परन्तु हे शिखरवाले पहाड़ों, तुम क्यों उस पर्वत को घूरते हो,
तू ऊँचे पर चढ़ा, तू लोगों को बँधुवाई में ले गया;