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मेरे लिये सनातन काल की चट्टान का धाम बन, जिसमें मैं नित्य जा सकूँ;
तू तो धर्मी है, मुझे छुड़ा और मेरा उद्धार कर;
हे मेरे परमेश्वर, दुष्ट के