
भजन - Bhajan 99
भगवान की महानता
प्रसंग: प्रार्थना ९९ स्तवन करती है भगवान के सभी राष्ट्रों पर विभवशाली शासन और उनकी पवित्रता की। प्रार्थक मोशे, आरोन और समुएल जैसे शक्तिशाली नेताओं का उदाहरण देता है जो भगवान की पूजा करते थे। अध्याय भगवान की पूजा करने और उसके आज्ञानुसार चलने की एक पुकार के साथ समाप्त होता है।
1यहोवा राजा हुआ है; देश-देश के लोग काँप उठें!

2यहोवा सिय्योन में महान है;
3वे तेरे महान और भययोग्य नाम का धन्यवाद करें!
4राजा की सामर्थ्य न्याय से मेल रखती है,
5हमारे परमेश्वर यहोवा को सराहो;
6उसके याजकों में मूसा और हारून,
7वह बादल के खम्भे में होकर उनसे बातें करता था;
8हे हमारे परमेश्वर यहोवा, तू उनकी सुन लेता था;
9हमारे परमेश्वर यहोवा को सराहो,