1 कुरिन्थीयों 6:7

विश्वासी लोगों में मुकदमे।

1 कुरिन्थीयों 6:7

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सचमुच तुम में बड़ा दोष तो यह है, कि आपस में मुकद्दमा करते हो। वरन् अन्याय क्यों नहीं सहते? अपनी हानि क्यों नहीं सहते?