1 कुरिन्थीयों 7:34

विवाह और ब्रह्मचर्य

1 कुरिन्थीयों 7:34

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विवाहिता और अविवाहिता में भी भेद है: अविवाहिता प्रभु की चिन्ता में रहती है, कि वह देह और आत्मा दोनों में पवित्र हो, परन्तु विवाहिता संसार की चिन्ता में रहती है, कि अपने पति को प्रसन्‍न रखे।