1 पतरसीya वाचन 3:20
सामंजस्य में रहना
1 पतरसीya वाचन 3:20
जिन्होंने उस बीते समय में आज्ञा न मानी जब परमेश्वर नूह के दिनों में धीरज धरकर ठहरा रहा, और वह जहाज बन रहा था, जिसमें बैठकर कुछ लोग अर्थात् आठ प्राणी पानी के द्वारा बच गए।
आसन्न आयतें
पिछली आयत
1 पतरसीya वाचन 3:19
उसी में उसने जाकर कैदी आत्माओं को भी प्रचार किया।
अगली आयत
1 पतरसीya वाचन 3:21
और उसी पानी का दृष्टान्त भी, अर्थात् बपतिस्मा, यीशु मसीह के जी उठने के द्वारा, अब तुम्हें बचाता है; उससे शरीर के मैल को दूर करने का अर्थ नहीं है, परन्तु शुद्ध विवेक से परमेश्वर के वश में हो जाने का अर्थ है।