2 इतिहास 32:13
सेनाचेरिब का आक्रमण और हिजेकाइयाह की प्रार्थना
2 इतिहास 32:13
क्या तुमको मालूम नहीं, कि मैंने और मेरे पुरखाओं ने देश-देश के सब लोगों से क्या-क्या किया है? क्या उन देशों की जातियों के देवता किसी भी उपाय से अपने देश को मेरे हाथ से बचा सके?
आसन्न आयतें
पिछली आयत
2 इतिहास 32:12
क्या उसी हिजकिय्याह ने उसके ऊँचे स्थान और वेदियों को दूर करके यहूदा और यरूशलेम को आज्ञा नहीं दी, कि तुम एक ही वेदी के सामने दण्डवत् करना और उसी पर धूप जलाना?
अगली आयत
2 इतिहास 32:14
जितनी जातियों का मेरे पुरखाओं ने सत्यानाश किया है उनके सब देवताओं में से ऐसा कौन था जो अपनी प्रजा को मेरे हाथ से बचा सका हो? फिर तुम्हारा देवता तुमको मेरे हाथ से कैसे बचा सकेगा?