प्रेरितों के कामों का अनुसार (Preriton Ke Kamo Ka Anusar) 16:27
पौल की तीसरी परमार्शिका यात्रा
प्रेरितों के कामों का अनुसार (Preriton Ke Kamo Ka Anusar) 16:27
और दरोगा जाग उठा, और बन्दीगृह के द्वार खुले देखकर समझा कि कैदी भाग गए, अतः उसने तलवार खींचकर अपने आपको मार डालना चाहा।
आसन्न आयतें
पिछली आयत
प्रेरितों के कामों का अनुसार (Preriton Ke Kamo Ka Anusar) 16:26
कि इतने में अचानक एक बड़ा भूकम्प हुआ, यहाँ तक कि बन्दीगृह की नींव हिल गई, और तुरन्त सब द्वार खुल गए; और सब के बन्धन खुल गए।
अगली आयत
प्रेरितों के कामों का अनुसार (Preriton Ke Kamo Ka Anusar) 16:28
परन्तु पौलुस ने ऊँचे शब्द से पुकारकर कहा, “अपने आप को कुछ हानि न पहुँचा, क्योंकि हम सब यहीं हैं।”