द्वितीय विधान 11:7
आशीर्वाद और शाप
द्वितीय विधान 11:7
परन्तु यहोवा के इन सब बड़े-बड़े कामों को तुमने अपनी आँखों से देखा है।
आसन्न आयतें
पिछली आयत
द्वितीय विधान 11:6
औैर उसने रूबेनी एलीआब के पुत्र दातान और अबीराम से क्या-क्या किया; अर्थात् पृथ्वी ने अपना मुँह पसारकर उनको घरानों, और डेरों, और सब अनुचरों समेत सब इस्राएलियों के देखते-देखते कैसे निगल लिया;
अगली आयत
द्वितीय विधान 11:8
“इस कारण जितनी आज्ञाएँ मैं आज तुम्हें सुनाता हूँ उन सभी को माना करना, इसलिए कि तुम सामर्थी होकर उस देश में जिसके अधिकारी होने के लिये तुम पार जा रहे हो प्रवेश करके उसके अधिकारी हो जाओ,