द्वितीय विधान 14:26

आहार नियम और पंचवींꓸ

द्वितीय विधान 14:26

पूरा अध्याय पढ़ें

और वहाँ गाय-बैल, या भेड़-बकरी, या दाखमधु, या मदिरा, या किसी भाँति की वस्तु क्यों न हो, जो तेरा जी चाहे, उसे उसी रुपये से मोल लेकर अपने घराने समेत अपने परमेश्‍वर यहोवा के सामने खाकर आनन्द करना।