द्वितीय विधान 19:4

परिसर के शहर।

द्वितीय विधान 19:4

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और जो खूनी वहाँ भागकर अपने प्राण को बचाए, वह इस प्रकार का हो; अर्थात् वह किसी से बिना पहले बैर रखे या उसको बिना जाने बूझे मार डाला हो