द्वितीय विधान 4:32
महान आदेश
द्वितीय विधान 4:32
“जब से परमेश्वर ने मनुष्य को उत्पन्न करके पृथ्वी पर रखा तब से लेकर तू अपने उत्पन्न होने के दिन तक की बातें पूछ, और आकाश के एक छोर से दूसरे छोर तक की बातें पूछ, क्या ऐसी बड़ी बात कभी हुई या सुनने में आई है?
आसन्न आयतें
पिछली आयत
द्वितीय विधान 4:31
क्योंकि तेरा परमेश्वर यहोवा दयालु परमेश्वर है, वह तुमको न तो छोड़ेगा और न नष्ट करेगा, और जो वाचा उसने तेरे पितरों से शपथ खाकर बाँधी है उसको नहीं भूलेगा।
अगली आयत
द्वितीय विधान 4:33
क्या कोई जाति कभी परमेश्वर की वाणी आग के बीच में से आती हुई सुनकर जीवित रही, जैसे कि तूने सुनी है?