अभिज्ञानशास्त्र 3:18

जीवन के चक्र

अभिज्ञानशास्त्र 3:18

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मैंने मन में कहा, “यह इसलिए होता है कि परमेश्‍वर मनुष्यों को जाँचे और कि वे देख सके कि वे पशु-समान हैं।”