अभिज्ञानशास्त्र 4:1
असमानता और अत्याचार
अभिज्ञानशास्त्र 4:1

तब मैंने वह सब अंधेर देखा जो संसार में होता है। और क्या देखा, कि अंधेर सहनेवालों के आँसू बह रहे हैं, और उनको कोई शान्ति देनेवाला नहीं! अंधेर करनेवालों के हाथ में शक्ति थी, परन्तु उनको कोई शान्ति देनेवाला नहीं था।