एफिसीयों का पत्रिका 2:3
पाप में मरा, ईसा में जीवित.
एफिसीयों का पत्रिका 2:3
इनमें हम भी सब के सब पहले अपने शरीर की लालसाओं में दिन बिताते थे, और शरीर, और मन की मनसाएँ पूरी करते थे, और अन्य लोगों के समान स्वभाव ही से क्रोध की सन्तान थे।
आसन्न आयतें
पिछली आयत
एफिसीयों का पत्रिका 2:2
जिनमें तुम पहले इस संसार की रीति पर, और आकाश के अधिकार के अधिपति अर्थात् उस आत्मा के अनुसार चलते थे, जो अब भी आज्ञा न माननेवालों में कार्य करता है।
अगली आयत
एफिसीयों का पत्रिका 2:4
परन्तु परमेश्वर ने जो दया का धनी है; अपने उस बड़े प्रेम के कारण जिससे उसने हम से प्रेम किया,