उपद्रवि (Upadravi) 12:30

पासोवर

उपद्रवि (Upadravi) 12:30

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उपद्रवि (Upadravi) 12:30

और फ़िरौन रात ही को उठ बैठा, और उसके सब कर्मचारी, वरन् सारे मिस्री उठे; और मिस्र में बड़ा हाहाकार मचा, क्योंकि एक भी ऐसा घर न था जिसमें कोई मरा न हो।