उपद्रवि (Upadravi) 21:34
नौकरों, हत्यारों और अन्य अपराधियों के नियम
उपद्रवि (Upadravi) 21:34
तो जिसका वह गड्ढा हो वह उस हानि को भर दे; वह पशु के स्वामी को उसका मोल दे, और लोथ गड्ढेवाले की ठहरे।
आसन्न आयतें
पिछली आयत
उपद्रवि (Upadravi) 21:33
“यदि कोई मनुष्य गड्ढा खोलकर या खोदकर उसको न ढाँपे, और उसमें किसी का बैल या गदहा गिर पड़े,
अगली आयत
उपद्रवि (Upadravi) 21:35
“यदि किसी का बैल किसी दूसरे के बैल को ऐसी चोट लगाए, कि वह मर जाए, तो वे दोनों मनुष्य जीवित बैल को बेचकर उसका मोल आपस में आधा-आधा बाँट लें; और लोथ को भी वैसा ही बाँटें।