उपद्रवि (Upadravi) 21:35
नौकरों, हत्यारों और अन्य अपराधियों के नियम
उपद्रवि (Upadravi) 21:35
“यदि किसी का बैल किसी दूसरे के बैल को ऐसी चोट लगाए, कि वह मर जाए, तो वे दोनों मनुष्य जीवित बैल को बेचकर उसका मोल आपस में आधा-आधा बाँट लें; और लोथ को भी वैसा ही बाँटें।
आसन्न आयतें
पिछली आयत
उपद्रवि (Upadravi) 21:34
तो जिसका वह गड्ढा हो वह उस हानि को भर दे; वह पशु के स्वामी को उसका मोल दे, और लोथ गड्ढेवाले की ठहरे।
अगली आयत
उपद्रवि (Upadravi) 21:36
यदि यह प्रगट हो कि उस बैल की पहले से सींग मारने की आदत पड़ी थी, पर उसके स्वामी ने उसे बाँध नहीं रखा, तो निश्चय यह बैल के बदले बैल भर दे, पर लोथ उसी की ठहरे।